Corona Updates: कोरोना संक्रमितों पर हानिकारक है दवाइयों का छिड़काव,शारीरिक और मानसिक रूप से पहुंचाता है नुकसान,स्वास्थ्य मंत्रालय ने दी जानकारी
स्वास्थ्य मंत्रालय के परामर्श में कहा गया है कि अगर कोई व्यक्ति कोरोना वायरस के संपर्क में आ आ गया है,तो उसके शरीर पर दवाइयों का छिड़काव करने से कोई लाभ नहीं होगा। कोरोना संक्रमित के शरीर में प्रवेश कर चुका वायरस नहीं खत्म होगा। मंत्रालय ने कहा है कि ऐसा कोई वैज्ञानिक प्रमाण उपलब्ध नहीं है, जो इसकी पुष्टि करे कि इससे शरीर का बाहरी हिस्सा संक्रमण से मुक्त हो जाता है।
देश इन दिनों कोरोना संकट से गुजर रहा है। कोरोना संक्रमितों की संख्या लगातार बढ़ती ही जा रही है। कोरोना के मद्देनजर लोगों के जेहन में कई सवाल भी हैं। मसलन क्या कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाने के लिए उन पर दवाइयों का छिड़काव किया जाना चाहिए? क्या दवाइयों के छिड़काव से कोरोना का मरीज ठीक हो सकता है? केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने लोगों के ऐसे सवालों पर परामर्श जारी करते हुए कहा कि यह शारीरिक और मानसिक रूप से हानिकारक है।
स्वास्थ्य मंत्रालय के परामर्श में कहा गया है कि अगर कोई व्यक्ति कोरोना वायरस के संपर्क में आ आ गया है,तो उसके शरीर पर दवाइयों का छिड़काव करने से कोई लाभ नहीं होगा। कोरोना संक्रमित के शरीर में प्रवेश कर चुका वायरस नहीं खत्म होगा। मंत्रालय ने कहा है कि ऐसा कोई वैज्ञानिक प्रमाण उपलब्ध नहीं है, जो इसकी पुष्टि करे कि इससे शरीर का बाहरी हिस्सा संक्रमण से मुक्त हो जाता है।
स्वास्थ्य मंत्रालय के परामर्श में कहा गया है कि व्यक्तियों और समूह पर किसी भी सूरत में ऐसी दवाइयों का छिड़काव करने की सलाह नहीं दी जाती है। किसी भी व्यक्ति या समूह पर रासायनिक घोल का छिड़काव शारीरिक और मानसिक रूप से नुकसान पहुंचाता है। मंत्रालय ने कहा, ‘इस रणनीति को मीडिया में काफी तवज्जो मिल रही है और कुछ जिलों और स्थानीय निकायों के क्षेत्र में इसका इस्तेमाल भी हो रहा है।’
स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि लोगों को संक्रमण से बचाने के लिए या उन्हें संक्रमण मुक्त करने के लिए सोडियम हाइपोक्लोराइट जैसी दवाइयों के छिड़काव के प्रभाव के संबंध में हमारे पास कई सवाल आए थे। और उसके जवाब में यह परामर्श जारी किया गया है।
Comments (0)